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Thursday, February 17, 2011

कांटे कहाँ-कहाँ हैं ?


यूँ ही नहीं चला हूँ नंगे पाँव सफ़र पर |

मेरे पाँव जानते हैं कि कांटे कहाँ-कहाँ हैं ?


जयकरन सिंह भदौरिया

1 comments:

Lokesh Bisht said...

Gud one..keep it up..:)